बैतूल जिले में एक सप्ताह के दौरान दो आदिवासी युवकों से हुई बर्बरता के मामला अब भी शांत नहीं हो सका है और आदिवासी समुदाय न घटनाओं को लेकर बेहद आक्रोशित हैं वहीं बैतूल शहर पिछले दो दिनों से छावनी बना हुआ है । कल शुक्रवार के दिन आदिवासियों पर बर्बरता को लेकर बैतूल बंद किया गया । सर्व आदिवासी संगठनों ने मिलकर पूरे सुबह से बाजार खुलने नहीं दिए और लगातार आक्रोश रैलियां निकालकर नारेबाजी की । आदिवासियों की मांग है कि बर्बरता का शिकार हुए पीड़ित युवकों को सरकार मुआवजा दे और आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए । आदिवासियों की आक्रोश रैली को देखते हुए नर्मदापुरम रेंज के आईजी इरशाद वली ने बैतूल में कानून व्यवस्था की कमान संभाली है । बैतूल शहर के चप्पे चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात है वहीं वन विभाग से भी फोर्स बुलाई गई है । हालांकि इस मामले में अब तक तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं । मुख्य आरोपी सोहराब और रिंकेश चौहान के अवैध अतिक्रमण करके बनाए गए मकानों पर बुलडोजर चलाया गया है । आरोपी सोहराब के विरुद्ध रासुका लगाकर उसे भोपाल जेल भेजा गया है । आरोपी रिंकेश अभी फरार है । वहीं सबसे बड़ा एक्शन सरकार ने ये लिया है कि बैतूल एसपी को हटाया जा चुका है वहीं कोतवाली टीआई को भी सस्पेंड कर दिया गया है । आईजी के मुताबिक इन घटनाओं को रोकने के लिए बारीकी से जांच जारी है ।